ईरान के विदेश मंत्रालय ने अमेरिका के हालिया बयान को "मुनाफ़िकाना, भ्रामक और शर्मनाक" बताते हुए सख़्ती से खारिज कर दिया और इसे ईरान के आंतरिक मामलों में आपराधिक दख़लंदाज़ी करार दिया है।
ईरानी मंत्रालय के बयान में कहा गया कि कोई भी जागरूक और देशभक्त ईरानी, वॉशिंगटन की दोस्ती और हमदर्दी के दावों पर यक़ीन नहीं कर सकता, जिसने बार-बार ईरान के खिलाफ अपराध किए हैं।
विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि अमेरिका एक नस्लवादी और भेदभावपूर्ण शासन प्रणाली रखता है और गज़्ज़ा में निर्दोष फ़िलिस्तीनियों पर ज़ुल्म ढाने वाली ज़ायोनी सरकार का सबसे बड़ा समर्थक है। ऐसे में उसे मानवाधिकार जैसे उच्च मूल्यों पर बोलने का कोई अधिकार नहीं है।
ईरानी विदेश मंत्रालय के अनुसार, जागरूक ईरानी जनता अमेरिकी नेताओं के तथाकथित मानवाधिकार दावों का मूल्यांकन उनके अपराधों और छलपूर्ण रवैये के संदर्भ में करती है। ईरानी जनता न तो अमेरिका की ग़ैरक़ानूनी दख़लंदाज़ियों और न ही उसके बर्बर अपराधों को भूलती है और न ही उन्हें माफ़ कर सकती है।
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